"बचो तंबाकू री फाँस सूं": डॉ बीएल सैनी
"बचो तंबाकू री फाँस सूं"
तंबाकू री पुड़िया ने, मत खोलो ओ भाया,
ई तो जहर को गिलास है, जीव न राखे साया।
बीड़ी, सिगरेट, गुटको, हर इक रूप है धोखो,
धीरे-धीरे जीव जळावे, चढ़ावे रोग रो लोको।
गाँठां में आयो कैंसर, गळो बोले नहीं थाए,
साँसाँ में भर गेलो धुँवो, हिवड़े ने भी डराए।
कसूरवार है आदत, फेर छूटे ना जाणै,
तंबाकू ज्यूँ नागिन, हर रोज़ जहर उगाणे।
बच्चां नै समझावो, युवा नै राह दिखावो,
"ना" कहणो सीखावो, जीव ने बचावो।
31 मई रो संदेश, हर गाँव ढाणी में जावै,
"तंबाकू सूं दूरी राखो", ई बात सब जाणावै।
डॉ बीएल सैनी
श्रीमाधोपुर सीकर राजस्थान
0 Response to " "बचो तंबाकू री फाँस सूं": डॉ बीएल सैनी"
Post a Comment